Subsidy on Agricultural Machinery: आर्थिक रूप से सक्षम न होने की वजह से ज्यादातर किसान खेती में आधुनिक मशीनों का उपयोग नहीं कर पाते हैं. आने वाले वक्त में इसका सबसे ज्यादा प्रभाव फसलों के उत्पादन पर दिखाई दे रहा है. आधुनिक युग में मशीनों के उपयोग से किसानों का मुनाफा भी बढ़ रहा है. किसानों के खेतो में इन मशीनों की पहुंच हो, सरकार इसके लिए कई योजनाएं भी शुरु कर चुकी है. हालांकि, इतने प्रयासों के बाद भी किसानों के पास अभी तक ये मशीनें नहीं पहुंच पाई है. इन सबके बीच हरियाणा सरकार किसानों को कृषि मशीनों पर 40 से 50 फीसदी तक की सब्सिडी पर छूट दे रही है.
बाजार में आधुनिक कृषि मशीनों की कीमत बहुत ज्यादा है. ज्यादातर किसान इन्हें खरीदने के लिए आर्थिक रुप से इतने सक्षम नहीं हैं. और कुछ किसान किराए पर इन अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग करते हैं. हालांकि, ऐसा करने से खेती में उनकी लागत भी बढ़ जाती है.
बढ़ाई आवेदन की तारीख
हरियाणा सरकार ने कृषि मशीनों पर सब्सिडी के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 09 मई थी, फिर इसे बढ़ा कर 20 मई कर दिया था. एक बार फिर किसानों की मांग पर इस आवेदन करने वाले पेज का विन्डो फिर से खोल दिया गए है. किसान अब 27 मई तक खेती की मशीनों पर सब्सिडी हासिल करने के लिए फॉर्म भर सकते हैं.
कृषि को बढ़ावा दे रही हरियाणा सरकार
कृषि-यंत्रों पर अनुदान हेतु आवेदन की तिथि 20.05.2022 से बढ़ाकर 27.05.2022 कर दी है। विभाग के पोर्टल https://t.co/akZwLprp6v पर किसान फॉर्म भर सकते हैं।
इन मशीनों पर मिल रही है सब्सिडी
सरकार द्वारा बीटी कॉटन सीड ड्रिल, स्वचालित रीपर-कम-बाइंडर, सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, ट्रैक्टर चालित स्प्रे पंप, मेज व मल्टीक्रॉप प्लांटर, डीएसआर, पावर टिलर, ट्रैक्टर चालित रोटरी विडर, ब्रीकेट मेकिंग मशीन, मेज व मल्टीक्रॉप थ्रेशर तथा न्यूमैटिक प्लांटर शामिल हैं.
ऐसे करें आवेदन
आवेदन करते समय किसानों को 2.5 लाख रुपये से कम अनुदान वाले कृषि यंत्रों के लिए 2500 रुपये और 2.50 लाख या इससे अधिक रुपये के कृषि यंत्रों पर 5 हजार रुपये आवेदन करते हुए टोकन मनी के रूप में जमा करवाने है. बता दें हरियाणा की तरह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में भी कुछ इसी तरह की योजनाएं चलाई गई हैं.