सरसों तेल की कीमत सातवें आसमान से औंधे मुंह गिरी, फटाफट खरीदारी का ना गंवाएं मौका, जानें ताजा भाव
भारत में इन दिनों खाद्य पदार्थों के दाम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जिससे आम लोगों की जेब पर भारी असर पड़ रहा है। खुदरा बाजार में सब्जियों, दालों से लेकर खाने के तेलों की कीमतें बेलगाम हैं, जिनकी खरीदारी से भी लोग बचते दिख रहे हैं। इस बीच ससों तेल की कीमत में लेकर एक बड़ खबर सामने आ रही है। बढ़ती महंगाई के बीच अगर आप सरसों तेल के ग्राहक हैं तो फिर खरीदारी में देरी ना करें, क्योंकि इन दिनों प्रति लीटर पर करीब 45 रुपये तक का फायदा मिल रहा है। यूपी के कई जिलों में सरसों तेल के दाम 165-168 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं।
खुदरा बाजार के सूत्रों के मुताबिक, किसानों ने सरसों का रिकॉर्ड उत्पादन करके साबित कर दिया है कि अगर उन्हें अपनी उपज का लाभकारी दाम और उचित प्रोत्साहन मिले तो वह आगे भी तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं। सरकार को सरसों पर ध्यान रखना चाहिये, क्योंकि विदेशी तेलों के महंगा होने पर सरसों, मूंगफली जैसे तेलों को उपभोक्ता अपना रहे हैं। भविष्य में इन फसलों की कमी न हो इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की खरीद एजेंसियों को फसल का स्टॉक तैयार कर लेना चाहिये।
- जानिए खाने योग्य तेलों के दाम
सरसों तिलहन – 7,515-7,565 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली – 6,735 – 6,870 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,700 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल 2,630 – 2,820 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 15,100 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,375-2,455 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,415-2,525 रुपये प्रति टिन।
बता दें कि बरेली में 150 रुपये प्रति लीटर हैं। 27 अप्रैल को सरसों के तेल की कीमत रेट एटा में 137 रुपये प्रति लीटर तक जा पहुंचे। 28 अप्रैल को गाजियाबाद में 164 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए थे। 28 अप्रैल को मैनपुरी में पिछले दो सप्ताह से 143 रुपये और 26 अप्रैल को एटा में महज 134 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए।