नई दिल्लीः वैश्विक बाजारों में मंदी के चलते भारतीय खुदरा मार्केट में भी सरसों तेल के दाम में काफी गिरावट देखने को मिल रही है, जिसे आम लोगों को महंगाई से राहत मिलती दिख रही है। अगर आप सरसों तेल के ग्राहक हैं तो फिर खरीदारी करने का यह सबसे बढ़िया मौका है, जिससे प्रति लीटर आप मोटी रकम बचा सकते हैं। खाद्य तेल बेचने वाली कंपनियों ने आज कीमत में काफी गिरावट कर दी है।
कंपनियों ने घटाए तेल के दाम मदर डेयरी ने एक बयान में कहा है कि धारा ब्रांड के तहत सभी कैटेगरी के तेलों के दाम 15 रुपये तक घटा दिए हैं। वहीं, अडानी विल्मर ने अपने खाद्य तेलों के दामों में प्रति लीटर 10 रुपये घटा दिए। फॉर्च्यून कच्ची घानी (सरसों का तेल) के एक लीटर पैक की एमआरपी 205 रुपये से घटाकर 195 रुपये कर दी गई है।
साथ ही कंपनी ने फॉर्च्यून रिफाइंड सनफ्लावर तेल के एक लीटर पैक का अधिकतम खुदरा मूल्य 220 रुपये से घटाकर 210 रुपये कर दिया है, नई कीमतों वाले पैकेट जल्द ही बाजार में पहुंचेंगे।
- इस सप्ताह कीमत में हुई काफी गिरावट
एक रिपोर्ट के अनुसार, मंडियों में भले सरसों की आवक कम है. तो मांग भी कम हो गई। इससे सप्ताह के अंत में सरसों तेल-तिलहन की कीमतें गिरी हैं। इस सप्ताह के अंत में सरसों दादरी तेल 200 रुपये घटकर 15,100 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ। वहीं सरसों पक्की घानी और कच्ची घानी तेल की कीमतें भी 30-30 रुपये घटकर क्रमश: 2,365 – 2,445 रुपये और 2,405 – 2,510 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुईं।
वहीं, भारत ने मई के महीने में 6,60,000 टन पाम तेल का आयात किया था। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा पाम ऑयल इंपोर्ट करने वाला देश है। बीते कुछ हफ्तो में देश में सनफ्लावर ऑयल की सप्लाई रूस और अर्जेंटीना जैसे देशों से बढ़ी है। इसका असर दाम में गिरावट के तौर पर देखा जा रहा है।