आजकल भूमिगत जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। किसानों के लिए बोरिंग करवाना आर्थिक रूप से काफी महंगा साबित होता है। यदि नलकूप खुदवा लिया तो इससे खेतों तक पानी ले जाने के लिए पाइप लाइन की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अनेक किसान अपनी खेती में समय रहते पानी नहीं दे पाते हैं। इससे फसल की उत्पादकता घटती है लेकिन अब किसानों को सिंचाई की चिंता करने की जरूरत नहीं है। खास तौर पर राजस्थान की बात करें तो यहां की अशोक गहलोत सरकार ने किसानों के लिए सिंचाई संबंधी कई योजनाएं संचालित कर रखी हैं। इन्ही योजनाओं में प्रमुख है सिंचाई पाइप योजना। यहां ट्रैक्टर जंक्शन पर आपको सरकार की सिंचाई पाइप लाइन स्कीम के बारे में इस पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी जा रही है जिसमें किसानों को सरकार द्वारा 60 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है।
इन किसानों को मिलेगा योजना का फायदा
बता दें कि राजस्थान सरकार की सिंचाई पाइप योजना का लाभ उन किसानों को मिलेगा जिनके पास स्वयं के नाम भूमि स्वामित्व हो और कुएं के पास सिंचाई के लिए पंपसेट है। इसके अलावा ऐसे किसानों को भी योजना के अंतर्गत आवेदन करने का हक होगा जो दूसरे किसानों के नलकूप से पानी लेते हैं। इनको संबंधित किसान से सादा कागज पर लिखवा कर देना होगा कि वे उससे पानी सप्लाई ले रहे हैं।
कैसे करें सिंचाई पाइप योजना में आवेदन
बता दें कि किसान भाई सिंचाई पाइप योजना के अंतर्गत घर बैठे किसान साथी पोर्टल पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं जबकि नजदीकी ई मित्र के पास जाकर भी योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी के लाभ के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सिंचाई पाइप योजना में ये दस्तावेज हैं जरूरी
आपको बता दें कि किसानों को सिंचाई पाइप योजना के तहत 60 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ लेने के के लिए आवेदन के साथ जरूरी दस्तावेज भी संलग्न करना आवश्यक होगा। इन दस्तावेजों में जमाबंदी की नकल, अपना फोटो, आधार कार्ड, अनुसूचित जाति व जन जाति प्रमाण पत्र। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में दस्तावेजों की स्केन प्रति लगाएं।
अधिकतम सब्सिडी राशि 18 हजार रुपये
सिंचाई पाइप लाइन सब्सिडी योजना में कुल लागत की 60 प्रतिशत के हिसाब से आवेदनकर्ता किसान को अधिकतम 18 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। गौरतलब है कि यह योजना लघु एवं सीमांत किसानों के लिए है। राजस्थान सरकार की इस योजना में सरकार पहले ही यह घोषणा कर चुकी है कि लघु एवं सीमांत किसानों को लागत का 60 प्रतिशत पैसा सब्सिडी के तौर पर दिया जाएगा।
किसानों को मिलेगा दोहरा लाभ
जैसा कि आपको बता चुके हैं कि सिंचाई पाइप योजना में अपनी फसल की सिंचाई के लिए सरकार ने 60 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा कर रखी है। इसके अनुसार ही राजस्थान के पात्र किसानों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। इसका दोहरा लाभ यह है कि योजना में सब्सिडी मिलने के साथ ही फसल में सही समय पानी पहुंचेगा जिससे प्रति हेक्टेयर पैदावार बढ़ेगी।
जानें, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बारे में
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को अपने खेतों की सिंचाई करने के लिए सिंचाई संसाधनों पर सब्सिडी देने की योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के नाम से संचालित की है। इसमें पानी की बचत और कम से कम मेहनत लगती है। इस योजना में सिंचाई उपकरणों की खरीद पर अलग-अलग सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
पीएम कृषि सिंचाई योजना के उ्देश्य
आपको बता दें कि पीएमकेएसवाई के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं-:
इस योजना में फील्ड स्तर पर सिंचाई में निवेश का अवसर प्रदान करना पहला उद्देश्य है।
योजना के पीछे किसान के खेत में जल की पहुंच को आसान बनाना ताकि किसानों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।
सिंचाई के लिए कम बजट में जल संरक्षण पद्धतियों की शुरूआत करना।
मृदा और जल संरक्षण के साथ भूमिगत जल का पुनर्भराव को बढ़ावा देना।
जल प्रबंधन और किसानों के लिए फसल संयोजन करना एवं जमीनी स्तर के क्षेत्र कर्मियो से संबंधित कृषि।
शहरी कृषि कार्यों के लिए नगरपालिका द्वारा अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग के लायक बनाना।
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By :Jyoti