Paddy Variety :पूसा धान की यह टॉप 5 उन्नत किस्मे रिकॉर्ड देगी उपज ,40 से 50 क्विंटल प्रति एकड़ की बम्फर पैदावार जानिए कौनसी है यह किस्मे देश में धान (Paddy) उत्पादन अब किसानों के साथ-साथ सरकार के लिए भी चुनौती बनता जा रहा है. जैसे-जैसे पानी का स्तर घट रहा है, चिंताएं बढ़ रही हैं. एक ओर घटता जल स्तर और दूसरी ओर बढ़ती हुई जनसंख्या भी खाद्य सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है. वहीं बात अगर इसी साल की करें तो अल नीनो के कारण मानसून के पैटर्न में बदलाव देखने को मिल सकता है, जिससे खरीफ सीजन में की जाने वाली बुआई पर इसका असर देखने को मिल सकता है. इन सभी संभावनाओं को देखते हुए केंद्रीय मंत्री ने खराब मौसम के लिए तैयार रहने की सलाह दी है.
Pusa 834 बासमती धान Variety
पूसा 834 बासमती चावल की उच्च उपज वाली किस्म है जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) द्वारा विकसित किया गया था. यह एक अर्ध-बौनी किस्म है जिसकी परिपक्वता अवधि लगभग 125-130 दिनों की होती है. पूसा 834 के फायदों में से एक इसका जीवाणु पत्ती झुलसा रोग के प्रति प्रतिरोध है, जो चावल की खेती में एक आम समस्या है. यह लवणता के प्रति भी सहिष्णु है और उच्च मिट्टी की लवणता के स्तर वाले क्षेत्रों में बढ़ सकता है. यह इसे कम गुणवत्ता वाली मिट्टी या पानी की कमी वाले क्षेत्रों में किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है. पूसा 834 का एक अन्य लाभ इसकी उच्च उपज क्षमता है. यह प्रति हेक्टेयर 6-7 टन धान का उत्पादन कर सकता है, जो पारंपरिक बासमती किस्मों की तुलना में काफी अधिक है.
Pant धान-12 बासमती Variety
पंत धान-12 बासमती की धान की उन्नत किस्म है। इस किस्म (Paddy Variety) को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी के सहयोग से विकसित किया है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये किस्म कम समय में पककर तैयार हो जाती है। यह किस्म अन्य बासमती किस्मों की तुलना में अधिक पैदावार देती है। इस किस्म को तैयार होने में करीब 110 से 115 दिन का समय लगता है। इस किस्म से प्रति हैक्टेयर 7-8 टन तक उपज प्राप्त की जा सकती है।
Paddy Variety :पूसा धान की यह टॉप 5 उन्नत किस्मे रिकॉर्ड देगी उपज ,40 से 50 क्विंटल प्रति एकड़ की बम्फर पैदावार जानिए कौनसी है यह किस्मे
Pusa Basmati 1121 धान Variety
पूसा बासमती 1121 (Pusa Basmati) किस्म धान (Paddy Variety) की अगेती किस्म है। इसका दाना लंबा, पतला और खाने में स्वादिष्ट होता है। यह किस्म 140 से 145 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म से करीब 40 से 45 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
Pusa 1728 धान Variety
पूसा 1728 किस्म (Paddy Variety) को सिंचित क्षेत्रों के लिए विकसित किया गया है, यह किस्म देर से (140 दिन) पकने वाली प्रजाति में जानी जाती है | यह किस्म झुलसा रोग के प्रति सहनशील है | इस किस्म का औसतन उत्पादन 41.8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है जबकि अधिकतम उत्पादन 65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। पूसा बासमती 1728 किस्म की खेती बासमती क्षेत्रों के लिए विकसित किया गया है। इस किस्म की खेती पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और जम्मू कश्मीर राज्यों में की जा सकती है।
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Arize 6201 Gold हाइब्रिड Variety
अराइज 6201 गोल्ड भी हाइब्रिड धान की एक बेहतरीन किस्म है. इसकी फसल भी 125 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। कंपनी का दावा है कि अराइज 6201 गोल्ड रोग प्रतिरोध धान की हाइब्रिड किस्म है। इसके ऊपर बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट का असर नहीं होता है। इसके चावल के दाने पतले और लंबे होते हैं।