हम सब जानते हैं कि, सोशल मीडिया पर हर एक दिन हजारों वीडियो वायरल होते रहते हैं, उनमें से प्याज का एक ऐसा आश्चर्यचकित वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद आप हैरान हो जाएंगे।
जब बाजार में प्याज के भाव 100 रुपये किलो से ज्यादा हो जाती है तो लोग शोर करने लग जाते हैं। कुछ घरों में तो प्याज का सेवन भी बहुत कम कर देते हैं। जब कि, प्याज की कम कीमत होती है तो किसानों की मजबूरी को समझने के लिए कोई भी इंसान उस वक्त मौजूद नहीं रहता है।
एक किसान मंडी में कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब प्याज की थोक भाव की कीमत बहुत कम कर दी गई कि वहां के किसान बहुत ही ज्यादा मुसीबत में आ गये।
जैसा कि हमें आपको बताया, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अच्छे तरीके से देखा जा सकता है कि एक किसान ने अपनी आपबीती बताई कि कैसे व्यापारियों द्वारा उनकी प्याज की कीमतों को कम मुल्य में आंका गया और फिर उन्होंने प्याज को बेचने से इंकार कर दिया।
आखिरकार, प्याज की इतनी कम कीमत क्यों?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने वाले इस वीडियो को देखने के बाद यही पता चलता है कि, यह केस मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले का है। मंदसौर जिले के किसान बेहद निराश हैं, क्योंकि उनके प्याज की लागत तक भी निकलना मुश्किल हो रहा है।
ऊपर से व्यापारी प्याज की इतनी कम कीमत लगा रहे, जहां वह सोच भी नहीं सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्यापारी मंदसौर के कृषि उपज मंडी में प्याज की कीमत 50 रुपये प्रति क्विंटल यानी 50 पैसे में एक किलो का भाव लगा रहे हैं. मंडी में उपस्थित सारे किसानों ने जब इस दाम को सुना तो उसे बेचने से ही इंकार कर दिया है।
साथी ही, हाल में अभी ट्विटर पर @kisanItcell1 नाम के अकाउंट ने एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसके कैप्शन में लिखा, ‘एमएसपी पर कानून क्यों जरूरी है?
मध्य प्रदेश के मंदसौर में पूनमचंद पाटीदार ने 50 पैसे प्रति किलो के हिसाब से अपना प्याज बेचा है। मतलब 50 रुपए प्रति क्विंटल, और यही प्याज हम बाजार में 35 से 40 रुपए प्रति किलो में खरीद रहे हैं.’।
जैसा कि वीडियो में आप देख सकते है कि एमपी के मंदसौर स्थित कृषि उपज मंडी समिति में व्यापारियों द्वारा 50 रुपये में 100 किलो प्याज की रसीद काटी गई। किसानों ने इस रसीद को लेने से इंकार कर दिया है।
आपको बता दें कि पिछले महीने के आखिर में हुई बारिश होने की वजह से प्याज मंडी में भीग गये, जिससे कि बहुत सारे प्याज बर्बाद भी हो गए और उसके बाद व्यापारियों ने प्याज की इतनी कम कीमत लगाई। जिससे किसानों के होश उडा दिए।
बताया गया कि मंडी में प्याज की नीलामी 10 रुपये प्रति क्विंटल से शुरू हुई, जिसके बाद 50 रुपये तक भाव पहुंच गया है। आमतौर पर मंडी में किसानों को प्याज के भाव 1400 से 2000 रुपये तक मिल जाते थे।