khaane ke tel mein aaee giraavat: ग्राहकों को मिली राहत की साँस,खाने के तेल के दामों में आयी गिरावट,देखिये नए रेट,बढ़ती महंगाई के बीच आम आदमी के लिए राहत भरी खबर है. खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दरों में नरमी और सरकार के समय पर हस्तक्षेप के कारण खुदरा बाजार में खाद्य तेल की कीमतें कम आने लगी है।
जानिए कितना काम हुआ तेल का दाम Know how much is the price of oil
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस महीने की शुरुआत से देश भर में मूंगफली के तेल को छोड़कर, डिब्बाबंद खाद्य तेलों की औसत खुदरा कीमतों में थोड़ी कमी आई है और यह 150 से 190 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच बनी हुई है. पिछले हफ्ते, खाद्य तेल कंपनियों- अडाणी विल्मर और मदर डेयरी ने विभिन्न प्रकार के खाद्य तेलों के लिए एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) में 10-15 रुपये प्रति लीटर की कमी की.अडाणी विल्मर और मदर डेयरी दोनों कंपनियों ने कहा कि नए एमआरपी वाला स्टॉक जल्द ही बाजार में आएगा।
जानिए गेहू और आटे की भी कीमते Know the prices of wheat and flour too
पांडे ने कहा कि सरकार के समय पर हस्तक्षेप और वैश्विक घटनाक्रम के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में रुझान बहुत सकारात्मक है. न केवल खाद्य तेल, खुदरा गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतें भी स्थिर हैं, उन्होंने कहा कि घरेलू कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए नियम उपयोगी रहे हैं।
तेल ब्रांडों ने एमआरपी को चरणबद्ध तरीके से किया है कम Oil brands reduce MRP in a phased manner
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रमुख खाद्य तेल ब्रांडों ने एमआरपी को चरणबद्ध तरीके से कम किया है और हाल ही में उन्होंने कीमतों में 10-15 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है।