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प्याज के बाद अब दूध पर MSP की मांग हुई तेज, किसान बोले 50 रूपए लीटर हो दूध के रेट

MSP On Milk: किसान अब प्याज के बाद दूध पर MSP कि मांग कर रहे है. किसानों का मानना है कि मोजूदा हालात में दूध का रेट कम से कम 50 रूपए लीटर होना चाहिए और msp निर्धारत कि जनि चाहिए.किसानों कि मांग है कि सभी राष्ट्रीय राजमार्ग में मिल्क पार्लर बनाये जाये ताकि लोगो को रोजगार मिल सके. 

msp milk

प्याज का उत्पादन करने वाले किसानों के बाद अब दूध उत्पादकों ने भी MSP की मांग उठाना शुरू कर दिया है. ओडिशा के दूध उत्पादक किसान (Dairy Farmers) दूध पर MSP कि मांग कर रहे है. इसे लेकर प्रदेश में डेयरी किसानों के एक संगठन ने केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्यान को ज्ञापन भी सौंपा गया है. डेयारी किसानों ने मांग रखी है कि दूध के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 50 रुपये प्रति लीटर निर्धारित होना चाहिए, दरअसल केंद्रीय मंत्री सजीव बाल्यान ओडिशा के दो दिवसीय दौरे पर हैं, इस दौरान दुग्ध किसान संघ के अध्यक्ष रबी बेहरा ने उनसे मुलाकात करके ज्ञापन सौंपा. अपनी बात रखते हुए एसोसिएशन ने बताया कि प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों ने यह सुनिश्चित किया है कि भारत विश्व स्तर पर इस क्षेत्र में शीर्ष स्थान प्राप्त कर सके. इसलिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.

दूध उत्पादकों को प्रोत्साहन देने के लिए उन्हें दूध का सही रेट मिलना चाहिए ताकि उन्हें अधिक से अधिक लाभ मिल सके. इसलिए बढती महंगाई के चलते दौर में दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 50 रुपये प्रति लीटर निर्धारित करने कि आवश्कता है. इसके साथ क ही डेयरी उत्पाद निकाय ने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री से दूध और अन्य दूध आधारित उत्पादों जैसे पनीर को एकीकृत बाल विकास सेवाओं और मध्याह्न भोजन कार्यक्रमों में शामिल करने का अनुरोध किया गया है.

राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगाए जाए मिल्क पार्लर 

आईसीडीएस योजना बच्चों की देखभाल और विकास के लिए प्रमुख कार्यक्रमों में से एक मानी जाती है, स्कूल जाने वाले बच्चों को स्कूल में पका हुआ भोजन दिया जाता है, ताकि बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सके. मिड डे मील दुनिया की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है. एसोसिएशन ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर मिल्क पार्लर स्थापित करने की भी मांग की जिससे बेरोजगार युवाओं के लिए अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा कर सके. साथ ही केंद्रीय मंत्री से देश के विभिन्न मंदिरों के परिसरों में दूध हब स्थापित करने की पहल करने का भी आग्रह किया जहां पूजा के लिए डेयरी उत्पाद उपलब्ध करवाए जा सके.

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