MP E Uparjan 2022 : रबी विपरण वर्ष 2022 – 23 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन हेतुं किसान पंजीयन (Farmer registration for wheat procurement) उपार्जन एवं भुगतान प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। मध्यप्रदेश खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय के अनुसार किसानों की सुविधा हेतू ये बदलाव किये गए है। इस बार गेहूं उपार्जन के लिए उपार्जन केंद्र पर फसल लाने के लिए तारीख का निर्धारण भी किसान के द्वारा किया जायगा।
मध्य प्रदेश में किसानों की फसल खरीदी में होने वाले फर्जीवाड़े रोकने सहित गेहूं खरीदी व्यवस्था को सहज और सुगम बनाने राज्य सरकार ने उपार्जन नीति में बड़ा फेरबदल किया है।
रबी विपणन वर्ष 2022-23 की जारी नीति के अनुसार, इस बार किसानों को गेहूं खरीदी के लिए किसी भी तरीके से एसएमएस नहीं भेजा जाएगा। न ही उनकी खरीदी गई फसल के भुगतान के लिए बैंक खाता नंबर व आइएफएससी नंबर मांगा जाएगा। इतना ही नहीं किसान घर बैठे ही पंजीयन कर सकेंगे। पंजीयन के लिए तैयार अन्य सेंटर भी तय किए गए हैं। अत: किसान भाई इस जानकारी को ध्यान पूर्वक अवश्य पढ़ें…
1. MP E Uparjan 2022 पंजीयन व्यवस्था में संसोधन
निःशुल्क व्यवस्था | शुल्क व्यवस्था 50 रु. |
स्वंम के मोबाइल से | mp online kiosk पर |
ग्राम पंचायत कार्यालय | कॉमन सर्विस सेंटर पर |
पूर्व की भांति सहकारी समिति | लोक सेवा केंद्र पर |
2. MP E उपार्जन प्रक्रिया में संशोधन
उपार्जन प्रक्रिया में संशोधन 2.1 पूर्व प्रक्रिया में किसान को फसल बेचने के लिए SMS प्राप्त होता है । SMS से प्राप्त तिथि पर किसान उपार्जन केन्द्र पर जाकर अपनी फसल बेच सकता है । SMS प्राप्ति की प्रक्रिया में कई बार किसानों को असुविधा का सामना करना पड़ता है । परिवर्तित व्यवस्था में उपार्जन केन्द्र पर जाकर फसल बेचने के लिए SMS प्राप्ति की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है ।
परिवर्तित व्यवस्था में फसल बेचने के लिए किसान , निर्धारित पोर्टल से नजदीक के उपार्जन केन्द्र , तिथि और टाईम स्लॉट का स्वयं चयन कर सकेंगे । उपार्जन केन्द्र , तिथि और टाईम स्लॉट का चयन नियत तिथि के पूर्व करना अनिवार्य होगा । सामान्य तौर पर उपार्जन प्रारंभ होने की तिथि से एक सप्ताह पूर्व तक उपार्जन केन्द्र , तिथि और टाईम स्लॉट का चयन किया जा सकेगा ।
3. उपार्जित फसल भुगतान की व्यवस्था में संशोधन
उपार्जित फसल के भुगतान की व्यवस्था में संशोधन पूर्व प्रक्रिया में किसान को उपार्जित फसल का भुगतान उनके द्वारा पंजीयन के समय प्रविष्ट किये गये बैंक खाते में प्राप्त होता है । यह देखने में आया है कि बैंक खाता नंबर और IFSC कोड की प्रविष्टि में त्रुटि के कारण कई किसानों के भुगतान असफल होते रहे है।
ऐसी स्थिति में भुगतान प्राप्त करने के लिए किसानों को कई बार लंबा इंतजार करना पड़ा है । किसान की सुविधा के लिए भुगतान की प्रक्रिया में संशोधन किया गया है । नवीन व्यवस्था पंजीयन के समय किसान को बैंक खाता नंबर और IFSC कोड प्रविष्ट कराने की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है ।
अब किसानों को उपार्जित फसल का भुगतान उनके आधार नंबर से लिंक खाते में सीधे प्राप्त होगा , इससे बैंक खाता नंबर और IFSC कोड की प्रविष्टि में त्रुटि से भुगतान में होने वाली असुविधा समाप्त हो जाएगी ।
नवीन पंजीयन व्यवस्था में बेहतर सेवा प्राप्त करने के लिए यह जरूरी होगा कि किसान अपने आधार नंबर से बैंक खाता और मोबाईल नंबर को लिंक कराकर उसे अपडेट रखे ।
एमपी इ उपार्जन पंजीयन समय अवधि
एमपी इ उपार्जन पंजीयन | Start Date | Last Date |
पंजीयन की शुरुआत | 05.02.2022 | 05.03.2022 |
SMS स्लॉट का चयन | 07.03.2022 | 07.03.2022 |
उपार्जन अवधि | 25.03.2022 | 15.05.2022 |
यह भी होगा महत्वपूर्ण
- किसान का पंजीयन केवल उसी स्थिति में हो सकेगा जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते व खसरे में दर्ज नाम का मिलान आधार कार्ड में दर्ज नाम से होगा
- भू-अभिलेख व आधार कार्ड में दर्ज नाम में विसंगति होने पर पंजीयन का सत्यापन तहसील कार्यालय से कराया जाएगा।
- किसान उपार्जन केंद्र पर जाकर फसल बेचने के लिए अपने परिवार के किसी सदस्य को नामित कर सकेंगे। नामित व्यक्ति का भी आधार वैरीफिकेशन कराया जाएगा।