देश का कृषि क्षेत्र होने जा रहा है हाइ-टेक, रोजगार में होगी मदद
देश मे किसानों को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक तकनीकी को बढ़ावा दिया जा रहा है । ताकि कृषि में उत्पादन बढ़ सके और उसके साथ ही किसानों का आय भी बढ़ाया जा सके ।
इसके लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है और किसानों को नई तकनीक के इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित भी किया रहा है । विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीक के इस्तेमाल से किसानों की आय में इजाफा हो सकता है।
सरकार अब कृषि में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देना चाहती है जिससे ड्रोन देश के अलग-अलग हिस्सों में कीटनाशकों और यूरिया का छिड़काव कर रहे हैं।
कृषि में किसानों को मदद कर सकती है ड्रोन
दैनिक आधार पर, किसानों को विभिन्न मुद्दों का सामना करना पड़ता है, जिसमें श्रमिकों की कमी या उच्च लागत, स्वास्थ्य के मुद्दों को रसायनों (उर्वरक, कीटनाशकों, आदि) के संपर्क में आने से, उन्हें खेत में लगाने के दौरान, कीट या जानवरों के काटने आदि शामिल हैं.
इस संदर्भ में ड्रोन, हरित प्रौद्योगिकी के लाभ प्रदान करते हुए इन मुद्दों से बचने में किसानों की सहायता कर सकते हैं। कृषि में ड्रोन भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार प्रदान करने के पर्याप्त अवसर दे सकते हैं।
भारतीय कृषि में क्रांति लाने की क्षमता
ड्रोन, जिन्हें मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) के रूप में भी जाना जाता है। इसमें देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करके भारतीय कृषि में क्रांति लाने की क्षमता है.
ड्रोन नियम 2021 ने देश में नागरिकों और व्यवसायों के लिए ड्रोन का स्वामित्व और संचालन करना काफी आसान बना दिया है, अब राष्ट्रीय ड्रोन नीति की घोषणा की गई है। अनुमति प्राप्त करने के शुल्क में भी नाममात्र के स्तर पर कटौती की गई है
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