Kharif Season Farming :खराब मौसम के चलते खरीफ सीजन में इन विधि से करे खेती ,बम्फर उत्पादन के साथ होगी तगड़ी कमाई खरीफ फसलों की बुवाई ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। पिछले कुछ दिनों तक बेमौसम बारिश के कारण इन फसलों की बुवाई में गिरावट दर्ज की जा रही थी।
बुआई के पहले करे मिट्ठी की जांच (soil test before sowing)
किसान अपने खेतों की मिट्टी की जांच जरूर करवा लें ताकि उनके खेतों में किस तरह के उर्वरक की कमी है, उसकी मुक्कमल जानकारी उन्हें मिल सके। (Kharif Season) आवश्यकता अनुसार उन खेतों में उर्वरक का प्रयोग करने पर किसान जहां एक तरफ बेवजह खेतों में दी जा रही उर्वरक और उन पर व्यय होने वाली खर्च से बचेंगे।
खेतो में बुआई ने पकड़ा जोर (Sowing in the fields caught hold)
खरीफ फसलों (Kharif Season) की बुवाई ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। पिछले कुछ दिनों तक बेमौसम बारिश के कारण इन फसलों की बुवाई में गिरावट दर्ज की जा रही थी, जो अब थम गई है और खरीफ फसलों की बुवाई में थोड़ा इजाफा हुआ है। खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आंकड़ों के मुताबिक 30 जून तक 203.19 लाख हेक्टेयर भूमि में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है। इस तरह, 30 जून को समाप्त सप्ताह तक खरीफ फसलों की बुवाई करीब आधा फीसदी बढ़ी है।
कैसे करे बीजो का उपचार (How to treat seeds)
बीजोपचार ड्रम में बीज और दवा डालकर ढक्कन बंद करके हैंडल द्वारा ड्रम को 5 से 10 मिनट तक घुमाया जाता है. इस विधि से एक बार में 25-35 किलो ग्राम बीज उपचार किया जा सकता है. बीज उपचार की पारंपरिक घड़ा विकल्प है. इस विधि से बीज और दवा को घड़ा में निश्चित मात्रा में डालकर घड़े के मुंह को पॉलीथीन से बांधर 10 मिनट तक अच्छी तरह से हिलाया जाता है. थोड़ी देर बाद घड़े का मुंह खोलकर उपचारित बीज को अलग बोरे में रखा जाता है.
Kharif Season Farming :खराब मौसम के चलते खरीफ सीजन में इन विधि से करे खेती ,बम्फर उत्पादन के साथ होगी तगड़ी कमाई
ज्यादा उत्पादन क्षमता के लिए करे यह उपाय (Do this remedy for more production capacity)
बीजों को पोषक तत्वों, विटामिन और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भिंगोना व इसका उपचार करना चाहिए. धान अंकुरण और शक्ति क्षमता में सुधार के लिए बीजों को एक फीसदी केसीएल घोल में 12 घंटे तक भिगोया जा सकता है.