Health Insurance नहीं करेंगे तो जेब से भरने पड़ेंगे पैसे ,हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक्त जरूर समझ लें सब लिमिट का फंडा,
Health Insurance नहीं करेंगे तो जेब से भरने पड़ेंगे पैसे ,हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक्त जरूर समझ लें सब लिमिट का फंडा,लोग बीमारियों का शिकार भी ज्यादा होने लगे हैं। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की अहमियत और आवश्यकता, दोनों ही पहले से कहीं ज्यादा हो गई हैं।
ज्यादातर लोग पॉलिसी लेते वक्त सब लिमिट की जानकारी नहीं लेते हैं। और फिर क्लेम सेटलमेंट के वक्त पछताते हैं। कुछ बीमारियों या उपचार के साथ-साथ कुछ सेवाओं के लिए सब लिमिट रखी जाती हैं।
सब लिमिट सेवाओं पर भी
Health Insurance आपकी बीमा राशि 5 लाख है और कमरे के किराए की सब लिमिट बीमा राशि का 2% है, तो आप 10,000 रुपये तक राशि का क्लेम ही कमरे के किराए के रूप में कर सकेंगे। इससे ज्यादा नहीं। भले ही आपकी पॉलिसी 5 लाख रुपये की है। Health Insurance बीमारियों ही नहीं कुछ सेवाओं पर भी बीमा कंपनियां सब लिमिट रखती हैं आमतौर पर यह अस्पताल के कमरे के किराए।
आईसीयू के चार्जेज, एम्बुलेंस फीस या ओपीडी फीस सहित बहुत सी सर्विसेज पर लागू होती है।वह किराए के रूप में केवल 3000 रुपये ही प्रतिदिन चुकाएगी। अगर आप अस्पताल में ऐसा कमरा लेते हैं। जिसका किराया 5 हजार रुपये है तो फिर ऊपर के दो हजार रुपये आपको अपनी जेब से चुकाने होंगे।
इसे जरूर समझ लें
सब लिमिट का फंडा ऐसे समझें