Gehu Kisan Update गेंहू के दामों में आ सकती भयंकर गिरावट सरकार ने उठाया यह कदम किसान भाइयों के लिए बुरी खबर
Gehu Kisan Update गेंहू के दामों में आ सकती भयंकर गिरावट सरकार ने उठाया यह कदम किसान भाइयों के लिए बुरी खबर। प्रिय किसान भाइयो mpmandibhav.com के डिजिटल ऑडिशन में आपका स्वागत है। आज हम आपको सरकार ने गेंहू की कीमतों में जो फेर बदल करने का सोचा है उस फैसले से आपको अवगत कराने वाले है। भारत सरकार ने गेंहू की कीमत में कमी लाने के लिए सरकार की तरफ से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।
भारतीय खाद्य निगम ने गेंहू ई-नीलामी
इसी कड़ी में भारतीय खाद्य निगम ने ई-नीलामी के पांचवें दौर में आटा मिलों सहित अन्य थोक ग्राहकों को 5.39 लाख टन गेहूं बेचा है । खाद्य मंत्रालय के अनुसार, गेहूं और गेहूं आटे की खुदरा कीमत को कम करने के कदम के तहत पिछले चार दौर में करीब 23.47 लाख टन गेहूं खुले बाजार बिक्री योजना (OMSS) के तहत थोक उपयोगकर्ताओं को बेचा गया। अगली साप्ताहिक ई-नीलामी 15 मार्च को होगी।
इस कारण गिरे गेंहू के भाव
मंत्रालय ने कहा, ‘इस तरह की बिक्री ने पूरे देश में गेहूं और गेहूं आटा कीमत को कम करने में अहम असर डाला है, जिसके ओएमएसएस के तहत गेहूं की खुली बिक्री के लिए भविष्य की निविदाओं के साथ स्थिर बने रहने की उम्मीद है। सरकार ने 1 अप्रैल से गेहूं खरीद का समय शुरू होने के कारण 31 मार्च तक गेहूं का उठाव कार्य पूरा करने की अनुमति दे दी।
पिछले साल 13 मई को गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से 2800 से 3000 रुपए क्विंटल बिक रहा है गेहूं एक ही झटके में नीचे आ गया और 2300 से 2400 रुपए के आसपास बिका। लेकिन बड़ी बात यह है कि उस वक़्त देश के बंदरगाहों पर 16 से 18 लाख टन गेहूं अटका हुआ था। प्रतिबंध के बाद इस गेहूं की बुरी गत हुई।लंबे समय से नैफेड MSP पर दलहनों की खरीद कर उसे 1-2 वर्ष तक गोदामों में रख कर गोदाम, ब्याज भाड़ा आदि को नजर अंदाज कर लागत से 100 से 800 रूपए कम भाव पर बेचकर देश को और किसानों को बेवजह घाटे में उतार रहा है।
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