Farming of Garlic किसान इस खेती को कर 6 महीने में ही हो जायेगे मालामाल इस खेती से होगा डबल मुनाफा जाने डिटेल्स आइये जानते है इस खेती के बारे में विस्तार से जी हाँ देश में इस दिनों किसान भाई अधिक मुनाफा कमाने के लिए मसालों की खेती करने में बहुत ज्यादा रूचि ले रहे हैं। जी हाँ ऐसे में लहसुन की खेती किसानो के लिए बहुत अधिक लाभकारी होगी। लहसुन की खेती जैविक तरीके से की जाये तो यह आपकी आय डबल मुनाफा दिलाती है। साथ ही बाजार में भी इसकी आपको अच्छी कीमत मिलती है। जी हाँ आज हम आपके लिए लहसून की खेती करने के जैविक विधि के तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं। जिससे की आप लाखो रूपये कमा सकते है।
यह भी पड़े :-India Post Job 2023 अब 10वी पास वालों के लिए सरकारी नौकरी का सुनहेरा मौका, 30 हजार से ज्यादा पदों के लिए भर्ती, यह करे आवेदन
जुलाई या सितम्बर में करे लहसुन की खेती
जी हाँ हम आपको बताने जा रहे है की लहसुन की खेती किस महीने में की जाये ,लहसुन की खेती हमे जुलाई या सितम्बर में ही करना चाहिए। लहसुन के खेत की जुताई करते समय हमे उसमे हरी खाद के साथ ढेंचा की बुवाई भी कर सकते हैं। और साथ ही हमे यह ध्यान रखना है कि आप समय-समय पर हरी खाद के साथ मिट्टी को पलटते रहें। खेती के लिए मिट्टी में पर्याप्त नमी होना जरुरी है। लहसून की बुआई के लिए मेढ़ बनाकर की जा सकती है। उसके बाद ही करे बुवाई।
Farming of Garlic में कम्पोस्ट या गोबर खाद का करे प्रयोग
अगर किसान भाइयो को लहसुन की खेती करना है तो ,और दोगुना मुनाफा कमाना है तो इसमें कम्पोस्ट या गोबर खाद का ही प्रयोग करना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दे की कम्पोस्ट या गोबर खाद का प्रयो हमें लहसून की रोपाई के 15 से 20 दिन बाद ही करना चाहिए। यह खेत के उपजाऊपन को बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। अगर आप पूर्ण रूप से जैविक तरीके से खेती करते हो तो आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है।
किसान इस खेती को कर 6 महीने में ही हो जायेगे मालामाल इस खेती से होगा डबल मुनाफा जाने डिटेल्स
लहसून की खेती में सिचाई करे समय-समय पर
आपको हम बता दे रहे है की लहसुन की खेती में आपको सिचाई का विशेष धयान रखना चाहिए।लहसून की बुआई के बाद इसकी पहली सिंचाई 8 से 10 दिन के बाद कर देना चाहिए। इसकी अच्छी पैदावार के लिए दूसरी सिंचाई को 20 से 25 दिन के अन्तराल पर मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर करनी चाहिए। लहसुन की फसलों की निराई-गुड़ाई करते रहे। इससे फसल को अधिक लाभ पहुँचता है और लहसून के गांठो में वर्द्धि होती है।
कब तैयार होती है लहसुन की खेती
आइये जानते है की लहसुन की खेती कब तक तैयार हो जाती है ,तो हम आपको बता दे की लहसुन की फसल तैयार होने में पांच से छह महीने का समय लग जाता हैं। जब इसके पौधों की पत्तियां का रंग पीला पड़ने लग जाये तो समझ ले की फसल परिपक्व हो गयी है। जिसके बाद आप उसको खुदाई करके मिटटी से बाहर निकाल सकते है।
यह भी पड़े :-Bollywood एक्टर्स रश्मिका ने दिया फैंस को बड़ा झटका चुपके की शादी जाने पूरी डिटेल्स
लहसुन को सुरक्षित कैसे रखे
आपको हम बता दे कि लहसुन को सुरक्षित रखने के लिए पहले लहसुन को मिटटी से बाहर निकले फिर गठीले लहसुन को ज्यादा समय तक ताजा रखने के लिए लहसुन को लगभग 3 से 4 दिनों तक छाया में सुखने के लिए रख दें। अब आप इसे घर के किसी सूखे स्थान पर रख दें। यह लहसून अगले 6 से 8 महीनों के तक भण्डारित करके आसानी से रखा जा सकता है। फिर आप इसको रेट बढ़ने के अनुसार बेच कर लाभ कमा सकते हो।
लहसुन की खेती से होगा तगड़ा मुनाफा
जी हाँ एक एकड़ के खेत में अगर आप जैविक तरीके से लहसून की खेती करते हो तो आप आराम से इसकी खेती कर 2 से 3 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं। वैसे ये तो बाजार में रहने वाले भाव पर निर्भर करता है।