“भूत झोलकिया मिर्च Chili” क्या है ? खाने से लेकर सुरक्षा बल में भी इस्तेमाल किये जाने वाला एकमात्र मिर्च है..
आमतौर पर मिर्च भारतीय व्यंजनों में डाल कर उसके स्वाद को एक अलग रूप दिया जाता है, मिर्च के बिना भारतीयों की जीवन अधूरी सी मानी जाती है। मिर्च अलग अलग किस्मों की भी होती है , जिसमे से मिर्च का राजा कहे जाने वाला ‘भूत झोलकिया मिर्च Chili’ है।
भूत झोलकिया का इस्तेमाल केवल खान पान के लिए ही नहीं बल्कि देश के सुरक्षा बल उपद्रवियों के खिलाफ भी किया जाता है।
2007 में मिला था सबसे तीखी मिर्च Chili का खिताब
नगालैंड से राजा मिर्च की जो खेप लंदन भेजी गई है, उसे राज्य के पेरेन जिले के तेनिंग (Tening) से मंगवाया गया था। नागा राजा मिर्च स्कोविल हीट यूनिट्स (एसएचयू) यानी तीखापन मापने के मानदंड के आधार पर दुनिया की सबसे तीखी मिर्च की सूची में शीर्ष पांच में लगातार बनी हुई है।
2007 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने राज मिर्च को दुनिया की सबसे तीखी मिर्च करार दिया था। हालांकि 2011 में इससे वह खिताब छिन गया। अभी दुनिया की सबसे तीखी मिर्च Carolina Reaper है।
भूत झोलकिया मिर्च Chili का उपयोग
भूत मिर्च का उपयोग भोजन और मसाले के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग ताजा और सूखे दोनों रूपों में करी, अचार और चटनी को “गर्म” करने के लिए किया जाता है । यह पोर्कलाल या सूखे या किण्वित मछली के संयोजन में लोकप्रिय रूप से उपयोग किया जाता है।
पूर्वोत्तर भारत में, जंगली हाथियों को दूर रखने के लिए सुरक्षा एहतियात के तौर पर मिर्च को बाड़ पर लगाया जाता है या स्मोक बम में शामिल किया जाता है । काली मिर्च की तेज गर्मी इसे प्रतिस्पर्धी मिर्च-मिर्च खाने में एक स्थिरता बनाती है।
- भूत झोलकिया मिर्च के फायदे
- औषधीय गुणों से भरपूर है मिर्च
- पेट के रोगों में असरकारी
- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है
- जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा
40 से 120 सेंटीमीटर ऊंचा होता है पौधा
भूत जोलोकिया मिर्च का क्रॉप साइकिल 6 माह का होता है। पौधे की ऊंचाई आमतौर पर 40 से 120 सेंटीमीटर तक होती है। इस पौधे में लगने वाली मिर्च की चौड़ाई 1 से 1.2 इंच तक होती है और लंबाई 3 इंच से भी ज्यादा हो सकती है।
बुवाई के बाद महज 75 से 90 दिनों में पौधे पर मिर्च आने लगती है। भारत में भूत जोलोकिया मिर्च की खेती असम (Assam), नागालैंड और मणिपुर (Manipur) में होती है।
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