सावन के महीने में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए की ये बेहतरीन उपाय सभी मनोकामनाएं और दुःख दर्द होने दूर4 जुलाई से भगवान शिव के प्रिय माह सावन की शुरुआत हो चुकी है। सावन की शुरुआत मंगलवार से हुई है तो 4 जुलाई को पहला मंगला गौरी का व्रत किया जाएगा। साथ ही सावन की शुरुआत से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है, जो सावन शिवरात्रि तक चलेगी। अधिकमास पड़ने की वजह से इस बार सावन में चार नहीं बल्कि आठ सोमवार का व्रत किया जाएगा, जिससे शिव भक्तों में काफी उत्साह का माहौल है। सावन मास 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। वहीं इस दौरान 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिकमास रहेगा। सावन मास दो महीनों का होने की वजह से भक्तों को ज्यादा शिव की पूजा अर्चना करने का मौका मिलेगा।
सावन के महीने में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए की ये बेहतरीन उपाय सभी मनोकामनाएं और दुःख दर्द होने दूर
जाने क्य महत्व है सावन का
सावन का महीना भगवान शिव को अति प्रिय है। सावन महीने को शिव भक्ति के लिए जाना जाता है। इस दौरान चारों तरफ भोले बाबा के नाम की गूंज सुनाई देती है। शिव भक्त इस दौरान पूरी तरह से शिव की साधना में लीन होते हैं। कहते हैं माता पार्वती ने भी शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए सावन महीने में ही कठोर तप किया था। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। अच्छे वर की प्राप्ति के लिये इस महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना जरूर करनी चाहिए। सावन में शिव-गौरी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही दांपत्य जीवन भी सुखमय और खुशहाल रहता है।
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सावन के महीने में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए की ये बेहतरीन उपाय सभी मनोकामनाएं और दुःख दर्द होने दूर
जाने क्या है सावन के पहले दिन की पूजा विधि
- शिव पुराण के अनुसार शिव जी की पूजा शाम के समय श्रेष्ठ मानी गई है लेकिन सावन के पहले दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर सफेद वस्त्र धारण कर लें। सफेद शिव का प्रिय रंग है।
- घर के मंदिर में सफाई कर तांबे के पात्र में शिवलिंग रखें और एक बेलपत्र अर्पित कर तांबे या चांदी के लौटे से जल चढ़ाएं। जल में गंगाजल जरुर मिलाएं. दूध चढ़ाने के लिए पीतल या चांदी के कलश का इस्तेमाल करें।
- जलाभिषेक करने के लिए गौमुखी श्रृंगी का उपोयग करना सबसे अच्छा होता है। अभिषेक के समय निरंतर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- भोलेनाथ का पंचामृत से अभिषेक करें। उन्हें पान, सुपारी, धतूरा, शक्कर, घी, दही, शहद, सफेद चंदन, कपूर, अक्षत, पंचामृत, आक के फूल, गुलाल, अबीर, इत्र, शमी पत्र चढ़ाएं. शिव संग देवी पार्वती की भी पूजा करें।
- धूप, दीप लगाकर हलवे या खीर का बेल के फल का भोग लगाएं। महादेव का ध्यान करें।
- ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें, शिव चालीसा का पाठ करें और फिर शिव जी की आरती करें और अंत में प्रसाद बांट दें।
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सावन सोमवार मे करे इन मंत्रों का ध्यान
ओम नमः शिवाय, कर्ता करे न कर सके, शिव करे सो होय तीन लोक नौ खंड में, महाकाल से बड़ा न कोय… जय भोले नाथ
भीन भक्ति में है शक्ति, शक्ति में संसार है, त्रिलोक में है जो है सबसे ऊपर उन शिव जी का पावन महीना सावन के महीने की बधाई
अवभुत भोले तेरी माया है, अमरनाथ में डेरा जमापा नीलकंठ में रहता तु कैलाश में दिल समाया है। हैप्पी साधन 2023
राम भी उसका रावण उसका जीवन उसका मरण भी उसका तांडव है और ध्यान भी वो है अज्ञानी का ज्ञान भी वो है हर हर महादेव भोलेनाथ के महीने की शुभकामनाएं
सावन के महीने में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए की ये बेहतरीन उपाय सभी मनोकामनाएं और दुःख दर्द होने दूर