किसी समय भारत को अमरीका से गेंहू मंगाने के लिए हाथ जोड़ने पड़े थे। दुनिया में सिर्फ 40 दिन का गेहूं बाकी अमरीका की उल्टी-सीधी शर्तें माननी पड़ी थी। परन्तु आज समय बदल गया, आज दुनिया भारत से गेंहू खरीदने के लिए विनती कर रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पूरी दुनिया का खाद्यान्न लगभग खत्म हो चुका है।
UN ने भी दी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी चेतावनी दी है कि पूरे विश्व के पास केवल 70 दिन का गेंहू बचा हुआ है। ऐसी स्थिति में अमरीका सहित सभी यूरोपीय देश भारत से गेहूं के निर्यात पर पाबंदी नहीं लगाने की अपील कर रहे हैं। आज भारत में दुनिया का सबसे ज्यादा गेहूं उगाया जाता है।
ऐसा नहीं है कि दुनिया में अनाज नहीं है। अकेले यूक्रेन के बंदरगाहों पर बहुत सारा अनाज पड़ा हुआ है। किन्तु युद्ध के कारण उसे आवश्यकता वाली जगहों तक नहीं भेजा जा सकता।
यूक्रेन पर रुस के हमले के कारण पूरी दुनिया में खाद्य आपूर्ति पूरी तरह से बिगड़ गई है। आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन पूरी दुनिया के लिए जरूरी गेहूं का लगभग चौथाई हिस्सा निर्यात करते हैं।
आ जाएगी यूरोप के भूखे मरने की नौबत
दिन-ब-दिन हालात गंभीर होते जा रहे हैं और बहुत से देशों में तो अनाज लगभग खत्म हो चुका है। इंटरनेशनल एजेंसियों के रिकॉर्ड के अनुसार गेहूं का स्टॉक 2008 के बाद पहली बार इतने निम्न स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में अगर भारत भी गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा देता है तो यूरोपीय देश भूखे मरने लगेंगे।