Average Price of Wheat : अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने अपनी वर्ष 2022 – 23 की रिपोर्ट में गेहूं का वैश्विक उत्पादन पिछले साल की तुलना में 40 लाख टन घटकर 77.5 करोड़ टन रहने का अनुमान जताया है। गेहूं के उत्पादन में सबसे बड़ी कमी यूक्रेन में युद्ध की वजह से आएगी, जहां यह पिछले साल के मुकाबले एक तिहाई घट सकती है। ऑस्ट्रेलिया में भी रकबा एवं यील्ड घटने से पैदावार घट गई जबकि मोरक्को में सूखे की वजह से उपजी घटेगी।
देशों के साथ-साथ भारत में भी गेहूं की यील्ड कमजोर है, यूरोपियन संघ में भी पिछले साल की तुलना में उपज घटेगी। इसी तरह चीन में भी गेहूं की पैदावार थोड़ी कम रहेगी। यूएसडीए का कहना है कि गेहूं की वैश्विक खपत 30 लाख टन घटकर 78.8 करोड़ टन रहने के आसार है। यूएसडीए ने वर्ष 2022 – 23 सीजन के लिए गेहूं के औसत भाव को 10.75 डॉलर प्रति बुशेल आंका है, जबकि सीजन 2021 – 22 के संशोधित भाव से 3.05 डॉलर प्रति बुशेल ऊपर है।
गेहूं निर्यात 80 लाख टन तक पहुंच सकता है
यूएसडीए के मुताबिक वर्ष 2021 – 22 में गेहूं का वैश्विक उत्पादन 77.92 करोड़ टन रहने का अनुमान है। जबकि, वर्ष 2022 – 23 में गेहूं की उपज 77.48 करोड़ टन रहने की संभावना है। वर्ष 2022 – 23 में भारत में गेहूं का उत्पादन 10.85 करोड़ टन रहने का अनुमान है जबकि, यह अनुमान वर्ष 2021 – 22 के लिए 10.95 करोड़ टन था। भारत में गेहूं का उत्पादन वर्ष 2020 -21 में 10.78 करोड़ टन था। भारत से वर्ष 2022 – 23 में गेहूं निर्यात 80 लाख टन रह सकता है जो वर्ष 2021 – 22 में बढ़कर 100 लाख टन रहा। भारत का गेहूं निर्यात वर्ष 2020 – 21 में 35.97 लाख टन था।
वैश्विक स्तर पर गेहूं की पैदावार यह रहने की संभावना
यूएसडीए ने रूस में वर्ष 2022 – 23 में 8 करोड़ टन गेहूं पैदा होने का अनुमान जताया है। कजाखस्तान में गेहूं का उत्पादन 1.3 करोड़ टन पहुंचने का अनुमान है। अमेरिका में 4.70 करोड़ टन, चीन में 13.50 करोड टन, यूरोपियन संघ में 13.65 करोड़ टन गेहूं की पैदावार होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2021 – 22 में रूस में 7.51 करोड़ टन, कजाखस्तान में 1.18 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान था। अमेरिका में 4.47 करोड़ टन, चीन में 13.69 करोड़ टन, यूरोपियन संघ में 13.84 करोड़ टन गेहूं की पैदावार होने का अनुमान था।
वर्ष 2022 – 23 में गेहूं की कुल वैश्विक खपत 78.75 करोड़ टन रहने की संभावना है जो वर्ष 2021 – 22 में 79.07 करोड़ टन रही। वर्ष 2022 – 23 में गेहूं का वैश्विक अंतिम स्टॉक 26.70 करोड़ टन रहने के आसार है जो वर्ष 2021 – 22 में 27.97 करोड़ टन रहने की संभावना है। भारत में गेहूं का अंतिम स्टॉक वर्ष 2022 – 23 में भी 2.13 रहा।
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गेहूं का वैश्विक भाव ऊंचा ही रहेगा
यूक्रेन में वैश्विक उत्पादन पिछले साल वर्ष की तुलना में 40 लाख टन घटकर 77.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है। गेहूं (Average Price of Wheat) का उत्पादन घटने की सबसे बड़ी वजह यूक्रेन में युद्ध का होना है। यह पिछले वर्ष की तुलना में कुल फसल एक तृतीयांश घट सकती है। ऑस्ट्रेलिया में भी बुआई तथा यील्ड घटने से फसल घटेगी। और मोरक्को में अकाल के कारण फसल कम होगी। भारत में भी गेहूं की यील्ड कम है, यूरोपियन संघ में भी पिछले वर्ष की तुलना में फसल घटेगी। इसी तरह चीन में भी गेहूं का उत्पादन कम होगा, ऐसा अनुमान अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने वर्ष 2022 – 23 की रिपोर्ट में व्यक्त किया है।
यूएसडीए का कहना है कि गेहूं की वैश्विक 32 लाख टन घटकर 78.8 करोड़ टन रहने की संभावना है। वह 2022 – 23 के सीजन के लिए गेहूं का औसतन भाव 10.75 डॉलर प्रति बुशेल अनुमानित है जो सीजन 20 – 21 – 22 संशोधित भाव 3.05 डॉलर प्रति बुशेल है। वर्ष 2021 – 22 में गेहूं का वैश्विक उत्पादन 7792 करोड़ टन रहने का अनुमान है जबकि वर्ष 2022 – 23 में गेहूं की फसल 77.48 करोड़ टन रहने की संभावना है।
गेहूं के दामों में मामूली सुधार
Average Price of Wheat : इंदौर मंडी में गेहूं के भाव में मामूली सुधार हुआ है। गेहूं मिल क्वालिटी 2050-2100, मालवराज 2050-2100, लोकवन 2300-2350 पूर्णा 2200-2250 रुपये और मक्का मंडी में 2275-2300 रुपये क्विंटल।
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