Kisan Credit Card secheme
किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने और उनकी इनकम को बढ़ाने के लिए सरकार सस्ती दर पर लोन उपलब्ध कराती है. किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) एक ऐसी ऐसी ही बेहतरीन स्कीम है जिसमें किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है।
इस बार के बजट ( Budget 2022) में ऐसी आशंका जताई जा रही है कि सरकार इस योजना में लोन (KCC Loan) की लिमिट को और आगे बढ़ा सकती है।
आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट (Budget 2022) जनता के समक्ष पेश करेंगी। इसमें किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. दरअसल, पिछले कुछ समय से देश में किसानों का मुद्दा काफी जोर-शोर से चल रहा है।
दूसरी तरफ 5 राज्यों में अभी चुनाव भी है। ऐसे में, केंद्र सरकार किसानों के लिए बड़ी सूचना घोषित कर सकती है। किसान क्रेडिट कार्ड पर किसानों को बहुत ही कम ब्याज (KCC interest rate) पर कर्ज दिलवाया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को सस्ते दामो पर लोन मिलता है। इसमें किसान भाइयों को 7 फीसदी की दर से ब्याज लगता है। इतना ही नहीं, अगर कोई किसान भाई एक लोन को एक साल के अंदर ही जमा कर देते है तो उसे महज 4 फीसदी ब्याज देना होगा।
आइए जानते हैं इसके ब्याज दर के बारे में तो आपको बता दें इसका ब्याज दर जो है वह बेहद कम है।
किसानों भाइयों को फसलों की बुवाई के लिए बैंकों से बहुत कम ब्याज दर पर लोन मिल जाता है। यह लोन किसान क्रेडिट कार्ड के वजह से ही दिया जाता है।
इस योजना के तहत किसान भाइयों को 3 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाता है। वहीं 3 से 5 लाख रुपये का कम समय के लिए लोन सिर्फ 4 फीसदी की ब्याज दर पर दिया जाता है।
सरकार इस लोन पर 2 फीसदी की सब्सिडी भी देती है। वहीं समय पर लोन चुकाने पर 3 फीसदी की छूट दी जाती है. इस तरीके से यह लोन सिर्फ 4 फीसदी पर मिलता है लेकिन अगर लोन चुकाने में देरी होती है तो इस लोन की ब्याज दर 7 फीसदी तक बैठ जाता है।
तो आइए जानते हैं कि आखिरकार फसल का भी बीमा (Crop Insurance) हो सकता है।
यह किसानों के लिए बहुत ही बेहतरीन स्कीम मानी जाती है। किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) की वजह से किसान अपनी फसल का बीमा भी करवाने में सक्षम है और यह स्कीम उसी चीजों के लिए बनी है ।
जिस किसी भी वजह से अगर किसान भाइयों का फसल नष्ट होता है तो उनको मुआवजा भी दिया जाएगा। जब कभी भी बाढ़ आती है तो उस स्थिति में फसल पानी में डूबने से खराब हो जाता है या फिर सूखा पड़ने पर फसल के जल जाने पर किसान क्रेडिट कार्ड उस समय बहुत ही ज्यादा गुणकारी हूं साबित होता है।
तो आइए जानते हैं कि आखिरकार किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाया जाता है।
1. किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले आप तहसील जाकर लेखपाल से मिलें.
2. अब उनसे अपनी जमीन की खसरा-खतौनी निकलवाएं.
3. इसके बाद किसी भी बैंक में जाएं और मैनेजर से मिलकर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने की मांग करें.
4. यहां पर ध्यान रखें कि किसान क्रेडिट कार्ड किसी ग्रामीण बैंक से बनवाएंगे तो उसमें सरकार की तरफ से इनसेंटिव वगैरह दिए जाते हैं जिसका किसानों को फायदा मिलता है.
5. इसके बाद बैंक मैनेजर आपको वकील के पास भेजेगा और जरूरी जानकारियां लेगा.
6. इसके बाद आपको बैंक में जाकर एक फॉर्म भरना होगा.
7. इसके साथ कुछ कागजी कार्रवाई होगी. जिसके बाद आपका किसान क्रेडिट कार्ड बन जाएगा.
8. इसमें लोन की सुविधा कितनी मिलेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी जमीन कितनी है.
किसान क्रेडिट कार्ड में लोन पर बचत बैंक की दर पर ब्याज दिया जाता है.
– किसान क्रेडिट कार्ड में धारकों के लिए मुफ्त ATM कम डेबिट कार्ड मिलता है.
– भारतीय स्टेट बैंक स्टेट बैंक किसान कार्ड नाम से डेबिट/ATM कार्ड देता है.
– KCC में 3 लाख रुपये तक के कर्ज के लिए 2% प्रति वर्ष की दर से ब्याज छूट मिलती है.
– समय से पहले कर्ज चुकाने पर 3% प्रति वर्ष की दर से अतिरिक्त ब्याज छूट मिलती है.
– किसान क्रेडिट कार्ड के लोन पर फसल बीमा की कवरेज मिलती है.
– पहले साल के लिए लोन की मात्रा कृषि लागत, फसल के बाद के खर्च और जमीन की लागत के आधार पर दी जाती है.
अब हम बात करेंगे किसान क्रेडिट कार्ड के नियम (KCC Scheme terms) के बारे में।
– इस योजना में 1.60 लाख रुपये तक के कर्ज के लिए किसी भी तरह की प्रतिभूति की जरूरत नहीं.
– एक साल या कर्ज चुकाने की तारीख तक, इनमें से जो भी पहले हो, 7% की दर से ब्याज लगाया जाएगा.
– देय तिथियों के अंदर चुकौती न होने के मामले में कार्ड दर पर ब्याज देना पड़ेगा.
– देय तिथि के बाद छमाही के बाद से चक्रवृद्धि ब्याज लगेगा