मध्यप्रदेश मंडी भाव

इस रेस्टोरेंट में टॉयलेट के पानी को रिसाइकल करके देते हैं ग्राहकों को पीने के लिए, रेस्टोरेंट की हरकत पर भड़के लोग

पानी :धरती पर पानी तो काफी मात्रा में है पर नेशनल जियोग्राफिक की रिपोर्ट के अनुसार धरती पर पीने के पानी की मात्रा महज 1.2 फीसदी है.

इतना कम पानी होने के कारण ही पानी को भी रिसाइकिल करने की जरूरत पड़ने लगी है. दुनिया में वैज्ञानिक पानी को रिसाइकिल करने के अलग-अलग तरीके खोज रहे हैं जिसे मॉल्स, दुकानों और अन्य इमारतों में इस्तेमाल किया जा रहा है. कुछ सालों पहले बेल्जियम का एक रेस्टोरेंट पानी रिसाइकिल करने की वजह से ही चर्चा में आया था. ये रेस्टोरेंट नल का पानी नहीं, बल्कि टॉयलेट (Toilet water recycled served to guests) के पानी को रिसाइकिल करता है.

ऑडिटी सेंट्रल न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार बेल्जियम के कूर्ने (Kuurne, Belgium) में एक रेस्टोरेंट है जिसका नाम गुस्टक्स (Gusteaux) है. यहां जो पानी सर्व किया जाता है, वो नॉर्मल पानी जैसा ही होता है, उसमें ना ही कोई टेस्ट होता है, ना कोई रंग, पर वो पानी, आम पानियों से अलग है. उसका कारण ये है कि वो रिसाइकिल पानी है जो रेस्टोरेंट के बाथरूम और से जुटाया जाता है.

टॉयलेट के पानी को करते हैं रिसाइकिल
टॉयलेट से जमा किए पानी को जुटाकर रेस्टोरेंट उसे इतना साफ कर देता है कि वो ग्राहकों को सर्व करने लायक हो जाता है.

दरअसल, बेल्जियम का ये रेस्टोरेंट सीवर सिस्टम से नहीं जुड़ा है. ऐसे में टॉयलेट और वॉश बेसिन से निकलने वाले पानी को जमा कर उसे रिसाइकिल करना ही एक मात्र विकल्प है. रिपोर्ट के अनुसार सबसे पहले टॉयलेट और सिंक के पानी को प्लांट फर्टिलाइजर से साफ किया जाता है, उसके बाद कुछ पानी को रेन वॉटर के साथ मिलाकर बाथरूम में सप्लाई किया जाता है जिससे टॉयलेट को फ्लश किया जा सके. बाकी पानी को सफाई के पांच चरणों से गुजरना पड़ता है. तब जाकर वो पानी पीने लायक होता है.

पीने के लिए सर्व करते हैं पानी
अगर आप ये सुनकर घिनौना मेहसूस कर रहे हैं तो आपको बता दें कि ये टॉयलेट का पानी इतना साफ हो जाता है कि पीने लायक ही नहीं रहता. इस वजह से इसमें दोबारा मिनरल डाले जाते हैं जिससे ये पीने योग्य बन पाए. इसी पानी को मुफ्त में रेस्टोरेंट वाले अपने ग्राहकों को देते हैं, इस पानी को जमाकर बर्फ बनाई जाती है जो कॉफी, आदि में भी डाली जाती है.

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